Sone Ka Bhav : साल 2025 में सोने की कीमतें काफी तेजी से बढ़ी हैं। निवेशकों को तो तगड़ा मुनाफा मिला, लेकिन खरीददारों की हालत खराब हो गई। जनवरी से अब तक सोने के रेट में 16% का उछाल आया है, जो पिछले कई सालों में सबसे ज्यादा बढ़त मानी जा रही है।
लेकिन अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं या इसे सस्ता खरीदने का मौका तलाश रहे हैं, तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है! एक्सपर्ट्स का कहना है कि जल्द ही सोने की कीमतों में भारी गिरावट आने वाली है, और यह 12,000 रुपये तक सस्ता हो सकता है। आइए जानते हैं कि आखिर ये गिरावट कब और क्यों आने वाली है।
सोने की कीमतों में अब तक की सबसे बड़ी तेजी
इस साल सोने ने अपने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। दिल्ली में 24 कैरेट गोल्ड का रेट 93,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुका है। बढ़ती कीमतों के बीच एक्सपर्ट्स ने एक बड़ा दावा किया है कि सोना जल्द ही 12,200 रुपये तक सस्ता हो सकता है। इतना ही नहीं, साल 2026 तक इसकी कीमत 1,37,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
क्यों आएगी सोने की कीमतों में गिरावट
कमोडिटी एक्सपर्ट किशोर नर्ने के मुताबिक, सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। आने वाले कुछ समय में सोने के दाम 3,200 डॉलर प्रति औंस तक रह सकते हैं, लेकिन यह वोलैटाइल रहेगा। अगर इसे भारतीय रुपये में देखें, तो यह करीब 97,800 रुपये प्रति 10 ग्राम तक हो सकता है।
अगर सोने के दाम में 300-400 डॉलर प्रति औंस (यानि 5-8%) की गिरावट आती है, तो भारतीय बाजार में यह 9,200 रुपये से 12,200 रुपये तक सस्ता हो सकता है। ऐसे में जो लोग सोने में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं, उनके लिए यह एक बेहतरीन मौका साबित हो सकता है।
एक्सपर्ट्स की राय: सोना कितना महंगा होगा
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के कमोडिटीज डायरेक्टर किशोर नर्ने के मुताबिक, सोने की कीमतों की कोई सीमा नहीं है। हाल ही में तेजी के बावजूद, वह मानते हैं कि सोने का दाम 4,000-4,500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है। इसे भारतीय रुपये में कन्वर्ट करें तो सोने का रेट 3,42,240 रुपये से 3,85,020 रुपये प्रति औंस हो सकता है।
अगर इस कीमत को 10 ग्राम के हिसाब से देखें, तो भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत 1,22,229 रुपये से 1,37,507 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकती है।
सोना महंगा होने के पीछे के कारण
- अमेरिकी नीतियां: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ पॉलिसी, जो 2 अप्रैल को घोषित होगी, सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकती है।
- महंगाई और आर्थिक मंदी: ग्लोबल इकोनॉमी में मंदी और महंगाई बढ़ने के डर से लोग सोने को सेफ इन्वेस्टमेंट मानकर इसमें पैसा लगा रहे हैं।
- भू-राजनीतिक तनाव: अलग-अलग देशों के बीच तनाव बढ़ने से भी सोने की मांग बढ़ रही है।
- केंद्रीय बैंकों की खरीद: दुनिया के कई देशों के सेंट्रल बैंक अपने रिजर्व में ज्यादा से ज्यादा सोना जोड़ रहे हैं, जिससे इसकी कीमतें ऊपर जा रही हैं।
कितना निवेश करें?
अगर आप गोल्ड में इन्वेस्टमेंट करने की सोच रहे हैं, तो एक्सपर्ट्स की मानें तो अपने पोर्टफोलियो का 5% से 20% हिस्सा सोने में लगाना फायदेमंद हो सकता है। लंबी अवधि के निवेशकों के लिए घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सोना हमेशा से वैल्यू बनाए रखने का सबसे मजबूत जरिया माना जाता है।
चांदी भी लग रही है दौड़ में
सोने की तरह चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त उछाल आया है। इस साल चांदी ने सोने से भी ज्यादा रिटर्न दिया है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले समय में चांदी का रेट 1,02,000 रुपये से 1,05,000 रुपये प्रति किलो तक जा सकता है। लंबी अवधि में चांदी का टारगेट 1,25,000 रुपये प्रति किलो तक रहने की संभावना है।
क्या इस समय सोने में निवेश करना सही रहेगा
फिलहाल सोना और चांदी दोनों ही अपने ऑल-टाइम हाई पर हैं। ऐसे में निवेशकों के लिए यह सोच-समझकर निवेश करने का सही समय हो सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर सोने की कीमतों में गिरावट आती है, तो खरीदारी के लिए यह सबसे बढ़िया मौका होगा।
अगर आप गोल्ड में इन्वेस्टमेंट करने की सोच रहे हैं, तो एक्सपर्ट्स के मुताबिक लंबी अवधि के लिए इन्वेस्ट करें। इससे आपको अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना ज्यादा रहेगी।
तो अगर आप सस्ते में सोना खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो थोड़ा इंतजार करना फायदेमंद हो सकता है। आने वाले महीनों में सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है, और यह 12,000 रुपये तक सस्ता हो सकता है। लेकिन अगर आप लंबे समय तक इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं, तो सोने की कीमतें और भी ज्यादा बढ़ने के संकेत दे रही हैं। ऐसे में आपको अपने निवेश का सही फैसला खुद लेना होगा।