Income Tax New Rule – मार्च का महीना खत्म होने वाला है, और इसके साथ ही 1 अप्रैल से नया वित्त वर्ष शुरू हो जाएगा। इस नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत के साथ ही कई बड़े बदलाव होने वाले हैं, जिनका सीधा असर आम लोगों पर पड़ेगा। इस बार के केंद्रीय बजट में कई अहम घोषणाएं की गई थीं, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू हो जाएंगी। इनमें से सबसे बड़ा बदलाव इनकम टैक्स से जुड़ा है, जो खासकर मिडिल क्लास और नौकरीपेशा लोगों के लिए एक बड़ा तोहफा साबित होगा।
अब इतनी कमाई पर नहीं देना होगा टैक्स
इस साल के बजट में सरकार ने इनकम टैक्स नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब अगर आपकी सालाना कमाई 12 लाख रुपये तक है, तो आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा। सरकार ने स्टैंडर्ड डिडक्शन को 75,000 रुपये तक बढ़ा दिया है, जिससे कुल 12.75 लाख रुपये तक की कमाई पूरी तरह टैक्स फ्री हो जाएगी।
इसके अलावा, 25 लाख रुपये तक कमाने वालों को भी बड़ी राहत दी गई है। नए टैक्स स्लैब के तहत उन्हें करीब 1.1 लाख रुपये तक की टैक्स बचत होगी। ये बदलाव मिडिल क्लास के लिए बहुत फायदेमंद साबित होने वाले हैं, क्योंकि इससे उनकी बचत बढ़ेगी और वे अपनी आय को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर पाएंगे।
कितने लोगों को होगा फायदा?
इनकम टैक्स छूट की सीमा को 7 लाख रुपये से बढ़ाकर 12 लाख रुपये कर दिया गया है, जिससे लगभग 1 करोड़ लोगों को अब कोई टैक्स नहीं देना होगा। इसके अलावा, टैक्स स्लैब में किए गए बदलावों का फायदा करीब 6.3 करोड़ टैक्सपेयर्स को मिलेगा, जो कुल करदाताओं का 80% से अधिक है।
सीनियर सिटीजन्स के लिए भी सरकार ने बड़ी राहत दी है। पहले ब्याज पर टैक्स छूट सीमा 50,000 रुपये थी, जिसे अब बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया है। इससे रिटायर्ड लोगों को भी ज्यादा फायदा मिलेगा और उनकी वित्तीय स्थिति मजबूत होगी।
जानें, नई इनकम टैक्स दरें क्या होंगी?
नई टैक्स रिजीम के तहत अगर आपकी इनकम 12 लाख रुपये से ज्यादा है, तो टैक्स की गणना इस तरह से होगी:
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4 लाख रुपये तक की आय – कोई टैक्स नहीं
4 लाख से 8 लाख रुपये तक – 5% टैक्स
8 लाख से 12 लाख रुपये तक – 10% टैक्स
12 लाख से 16 लाख रुपये तक – 15% टैक्स
16 लाख से 20 लाख रुपये तक – 20% टैक्स
20 लाख से 24 लाख रुपये तक – 25% टैक्स
24 लाख रुपये से ज्यादा की इनकम पर – 30% टैक्स
इस नए सिस्टम के तहत ज्यादा लोगों को टैक्स में छूट मिलेगी और उनका टेक-होम सैलरी बढ़ेगा।
ITR भरने की समय सीमा बढ़ी
सरकार ने इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने की समय सीमा को बढ़ाकर 4 साल कर दिया है। यानी अगर कोई व्यक्ति तय समय में ITR दाखिल नहीं कर पाया है, तो उसके पास 4 साल तक का समय होगा अपनी इनकम को अपडेट करने का।
पहले यह सीमा सिर्फ 2 साल की थी, लेकिन अब इसे दोगुना कर दिया गया है। इस कदम से उन टैक्सपेयर्स को राहत मिलेगी, जिन्होंने किसी कारणवश अपना सही आय विवरण समय पर नहीं दिया था। पिछले कुछ सालों में 90 लाख से ज्यादा टैक्सपेयर्स ने अपने इनकम डिटेल्स को अपडेट किया है और अतिरिक्त टैक्स का भुगतान भी किया है।
नए नियमों से मिडिल क्लास को बड़ी राहत
इन नए बदलावों से मिडिल क्लास और नौकरीपेशा लोगों को काफी फायदा मिलेगा। जहां एक तरफ टैक्स स्लैब में राहत दी गई है, वहीं इनकम टैक्स छूट की सीमा बढ़ाकर टैक्सपेयर की जेब में ज्यादा पैसा छोड़ा जा रहा है। खासतौर पर सीनियर सिटीजन्स के लिए किए गए बदलाव उनकी आर्थिक स्थिरता को और मजबूत करेंगे।
अगर आपने अभी तक अपनी टैक्स प्लानिंग नहीं की है, तो अब समय आ गया है कि आप नए नियमों को ध्यान में रखते हुए अपनी फाइनेंशियल स्ट्रैटेजी बनाएं। इनकम टैक्स में आई ये नई राहतें आपके सेविंग्स को बढ़ाने में मदद कर सकती हैं, जिससे आपका फ्यूचर और भी सुरक्षित हो जाएगा।