All Contract Employees Good News : संविदा कर्मचारियों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी आई है! सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐसा फैसला सुनाया है जो लाखों कर्मचारियों के चेहरे पर मुस्कान ला देगा। लंबे समय से सरकारी योजनाओं के तहत काम कर रहे संविदा कर्मचारियों के लिए यह एक ऐतिहासिक फैसला साबित होने वाला है। खासकर सर्व शिक्षा अभियान के तहत काम करने वाले कर्मचारियों को इसका सीधा फायदा मिलेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान सरकार की उस याचिका को खारिज कर दिया है जिसमें हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती दी गई थी। अब इन कर्मचारियों को स्थाई नियुक्ति मिलने का रास्ता पूरी तरह साफ हो चुका है। इसका मतलब यह हुआ कि संविदा कर्मचारी भी अब स्थाई कर्मचारियों की तरह वेतन, भत्ते और अन्य सरकारी सुविधाओं के हकदार होंगे।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला संविदा कर्मचारियों के लिए वरदान!
राजस्थान सरकार ने अपनी दलील में कहा था कि संविदा कर्मचारियों की भर्ती प्लेसमेंट एजेंसियों के जरिए हुई थी, इसलिए उन्हें सीधे समायोजित नहीं किया जा सकता। हालांकि, हाई कोर्ट पहले ही कर्मचारियों के पक्ष में फैसला दे चुका था और अब सुप्रीम कोर्ट ने भी इस फैसले पर मुहर लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद सरकार की याचिका पूरी तरह से खारिज कर दी गई है और कर्मचारियों को राहत देते हुए नया आदेश पारित कर दिया गया है।
अब इन कर्मचारियों को मिलेगा बड़ा फायदा
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद संविदा कर्मचारियों को स्थाई नियुक्ति का लाभ मिलेगा। कोर्ट ने माना कि ये कर्मचारी लंबे समय से शिक्षा व्यवस्था में योगदान दे रहे हैं, इसलिए इन्हें भी नियमित कर्मचारियों की तरह अधिकार मिलना चाहिए। अब सरकार को जल्द से जल्द इन कर्मचारियों को समायोजित करना होगा और इन्हें स्थाई नियुक्ति देनी होगी।
हालांकि, सरकार के पास अब भी सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का विकल्प है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले को पलटना बहुत मुश्किल होगा। सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश से सीधे 748 संविदा कर्मचारियों को फायदा मिलेगा, जिन्हें अब स्थाई कर्मचारियों की तरह ही वेतन, भत्ते और अन्य सरकारी सुविधाएं दी जाएंगी।
सिर्फ राजस्थान ही नहीं, पूरे देश के संविदा कर्मचारियों को फायदा
यह फैसला सिर्फ राजस्थान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश के संविदा कर्मचारियों के लिए एक नई मिसाल बनेगा। अब अन्य राज्यों में भी संविदा कर्मचारियों के स्थायीकरण की प्रक्रिया तेज हो सकती है। यह फैसला उन हजारों कर्मचारियों के लिए एक नई उम्मीद की किरण है जो लंबे समय से स्थाई नौकरी की मांग कर रहे थे।
संविदा कर्मचारियों की ऐतिहासिक जीत
सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला यह साफ संदेश देता है कि सरकारी योजनाओं में काम करने वाले संविदा कर्मचारियों को उनके अधिकार मिलना चाहिए। संविदा कर्मियों को अक्सर शोषण का सामना करना पड़ता है, उन्हें उचित वेतन नहीं मिलता और नौकरी की कोई गारंटी नहीं होती। लेकिन इस फैसले से संविदा कर्मचारियों की स्थिति और मजबूत होगी और उनके भविष्य को एक नई दिशा मिलेगी।
अब देखने वाली बात यह होगी कि सरकार इस फैसले को लागू करने में कितनी तेजी दिखाती है। लेकिन एक बात तय है कि यह फैसला संविदा कर्मचारियों के लिए किसी बड़ी जीत से कम नहीं है!