CIBIL Score Mistakes : सिबिल स्कोर एक तीन अंकों की संख्या होती है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को दर्शाती है। जब भी आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं, बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन सबसे पहले आपका सिबिल स्कोर चेक करते हैं। अगर आपका स्कोर अच्छा है, तो आपको कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है, लेकिन अगर स्कोर खराब हुआ, तो लोन अप्रूव करवाना मुश्किल हो सकता है।
अब सवाल यह है कि सिबिल स्कोर खराब कैसे होता है? कुछ छोटी-छोटी गलतियां हमारी क्रेडिट हिस्ट्री पर बुरा असर डालती हैं और हमें पता भी नहीं चलता! आइए जानते हैं वो 5 गलतियां जो आपका सिबिल स्कोर बिगाड़ सकती हैं।
1. समय पर बिल पे न करना
अगर आप अपने क्रेडिट कार्ड का बिल या किसी लोन की EMI समय पर नहीं भरते, तो इससे आपका सिबिल स्कोर गिर सकता है। लेट पेमेंट से न सिर्फ पेनल्टी लगती है बल्कि आपका क्रेडिटबिलिटी भी खराब होती है। इसीलिए, अगर आप चाहते हैं कि आपका सिबिल स्कोर अच्छा बना रहे, तो अपने बिल और EMI की समय पर पेमेंट करें।
2. क्रेडिट कार्ड की लिमिट से ज्यादा खर्च करना
क्रेडिट कार्ड पर बहुत ज्यादा खर्च करना भी सिबिल स्कोर को प्रभावित करता है। अगर आप अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो इससे आपके फाइनेंशियल डिसिप्लिन पर सवाल उठते हैं और सिबिल स्कोर पर बुरा असर पड़ता है।
उदाहरण के लिए, अगर आपकी क्रेडिट लिमिट 1 लाख रुपये है, तो कोशिश करें कि 30,000 रुपये से ज्यादा खर्च न करें। इससे आपका स्कोर अच्छा बना रहेगा और बैंक को भी लगेगा कि आप क्रेडिट का समझदारी से इस्तेमाल कर रहे हैं।
3. पुराने क्रेडिट कार्ड बंद कर देना
बहुत से लोग सोचते हैं कि पुराने क्रेडिट कार्ड को बंद कर देने से उनका क्रेडिट स्कोर सुधर जाएगा, लेकिन हकीकत इसके उलट है!
अगर आपके पास कोई पुराना क्रेडिट कार्ड है और उस पर कोई बकाया नहीं है, तो उसे खुला ही रहने दें। इससे आपका क्रेडिट हिस्ट्री लंबा बना रहेगा, जो आपके सिबिल स्कोर के लिए फायदेमंद होता है। पुराने कार्ड को बंद करने से आपका क्रेडिट हिस्ट्री कम हो सकता है, जिससे स्कोर गिरने का खतरा रहता है।
4. जरूरत से ज्यादा लोन या नए क्रेडिट कार्ड लेना
अगर आपको बार-बार पैसों की जरूरत पड़ती है और आप नए-नए क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर गिर सकता है। जब भी आप नया लोन या क्रेडिट कार्ड अप्लाई करते हैं, बैंक आपका सिबिल स्कोर चेक करता है, जिसे “हार्ड इंक्वायरी” कहा जाता है। ज्यादा हार्ड इंक्वायरी होने से सिबिल स्कोर कम हो सकता है।
इसलिए, जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक नए लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करने से बचें।
5. क्रेडिट हिस्ट्री का ध्यान न रखना
कई लोग अपने क्रेडिट स्कोर की जानकारी ही नहीं रखते, जिससे उन्हें यह भी पता नहीं चलता कि उनकी फाइनेंशियल हेल्थ कैसी है। अगर कोई गलती से आपके नाम पर लोन निकाल ले या आपके स्कोर में कोई गलत एंट्री हो जाए, तो आपको बिना वजह नुकसान हो सकता है।
इसलिए, समय-समय पर अपने सिबिल स्कोर को चेक करते रहें और अगर कोई गलती दिखे, तो तुरंत अपने बैंक या क्रेडिट ब्यूरो से संपर्क करें।
सिबिल स्कोर सुधारने के आसान तरीके
अगर आपका सिबिल स्कोर गिर गया है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। इन आसान टिप्स को फॉलो करके आप अपना स्कोर सुधार सकते हैं:
- समय पर पेमेंट करें: EMI और क्रेडिट कार्ड बिल हमेशा समय पर भरें
- क्रेडिट लिमिट का सीमित उपयोग करें: कोशिश करें कि क्रेडिट लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल न करें
- पुराने क्रेडिट कार्ड को न बंद करें: इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री मजबूत बनी रहती है
- नए क्रेडिट कार्ड और लोन से बचें: बार-बार नए लोन या क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने से बचें
- क्रेडिट स्कोर को रेगुलर चेक करें: समय-समय पर अपना सिबिल स्कोर चेक करते रहें और किसी भी गलती को तुरंत ठीक करवाएं।
आज के समय में क्रेडिट स्कोर बहुत जरूरी हो गया है। अगर आप भविष्य में लोन लेने की सोच रहे हैं, तो इन गलतियों से बचें और अपना सिबिल स्कोर अच्छा बनाए रखें।
समय पर बिल चुकाना, सीमित क्रेडिट उपयोग करना और पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री बनाए रखना आपकी फाइनेंशियल हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है। छोटी-छोटी सावधानियां बरतकर आप अपने सिबिल स्कोर को बेहतर बना सकते हैं और फाइनेंशियल फ्रीडम हासिल कर सकते हैं। तो, अगली बार जब आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करें, तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें।