Home Loan EMI : आजकल हर किसी का सपना होता है कि उनका खुद का एक प्यारा सा घर हो, लेकिन ये सपना पूरा करना आसान नहीं होता। घर खरीदने के लिए बड़ी रकम की जरूरत होती है, और इसलिए ज्यादातर लोग होम लोन का सहारा लेते हैं।
लेकिन होम लोन लेना जितना आसान लगता है, उतना ही मुश्किल इसे सही तरीके से चुकाना होता है। अक्सर लोग एक बड़ी गलती कर देते हैं, जिससे उनका लोन चुकाने में 20 साल की जगह 30-35 साल लग जाते हैं और उन्हें लाखों रुपये एक्स्ट्रा देने पड़ते हैं।
अगर आप भी होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए बेहद काम का है। यहां हम बताएंगे कि लोग कहां गलती करते हैं और इससे कैसे बच सकते हैं।
होम लोन लेते वक्त सबसे बड़ी गलती क्या होती है
जब भी कोई होम लोन लेता है, तो उसे लगता है कि बस हर महीने EMI भरनी है और बाकी सब बैंक अपने हिसाब से देख लेगा। लेकिन हकीकत कुछ और ही होती है।
अक्सर होम लोन फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट पर दिया जाता है, यानी इसकी ब्याज दर समय-समय पर बदलती रहती है। जब ब्याज दर बढ़ती है, तो आपकी EMI भी बढ़ जाती है। लेकिन बैंक आमतौर पर EMI बढ़ाने की बजाय लोन की अवधि बढ़ा देते हैं, ताकि आपकी मासिक किस्त पर ज्यादा असर न पड़े।
इसका सीधा मतलब ये है कि आपका लोन 20 साल में खत्म होने की बजाय 30-35 साल तक चलता रहता है और आप लाखों रुपये ज्यादा भर देते हैं।
लोन की अवधि बढ़ने की असली वजह
लोग अकसर यही सोचते हैं कि उन्हें सिर्फ EMI भरनी है और बाकी सब अपने आप होता रहेगा। लेकिन असल में बैंक फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट पर लोन देते हैं, जिसका मतलब है कि ब्याज दरें कभी भी ऊपर-नीचे हो सकती हैं।
उदाहरण के लिए, मान लीजिए आपने 30 लाख रुपये का लोन 8% ब्याज दर पर 20 साल के लिए लिया। आपकी EMI करीब 25,093 रुपये होगी।
अब 5 साल बाद अगर बैंक की ब्याज दर बढ़कर 11% हो जाती है, तो उस वक्त आपका बकाया लोन करीब 26 लाख रुपये होगा। ऐसे में बैंक आपको दो ऑप्शन देगा:
- या तो EMI बढ़ाकर 29,500 रुपये कर दी जाए
- या फिर लोन की अवधि बढ़ा दी जाए और EMI वही 25,093 रुपये बनी रहे
ज्यादातर लोग EMI बढ़ाने की बजाय लोन की अवधि बढ़वा लेते हैं, ताकि उनकी जेब पर तुरंत असर न पड़े। लेकिन यही गलती उन्हें लाखों रुपये का नुकसान करा देती है।
इस गलती से कैसे बचें
अगर आप चाहते हैं कि आपका लोन जल्दी खत्म हो और आपको कम ब्याज देना पड़े, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- EMI बढ़ाने की कोशिश करें: जब भी आपकी सैलरी बढ़े, EMI भी बढ़ाएं। इससे लोन जल्दी खत्म होगा
- ब्याज दरों पर नजर रखें: अगर रेपो रेट कम होता है, तो बैंक से कम ब्याज दर पर लोन रीनेगोशिएट करने की बात करें
- हर साल एक एक्स्ट्रा EMI भरें: इससे लोन की अवधि 5-7 साल तक कम हो सकती है
- ब्याज दर बढ़ने पर EMI बढ़ाएं, लोन टेन्योर नहीं: अगर ब्याज दर बढ़े तो बैंक से लोन की अवधि बढ़ाने की बजाय EMI बढ़ाने की रिक्वेस्ट करें, ताकि कुल ब्याज कम देना पड़े
होम लोन लेना आसान है, लेकिन उसे समझदारी से चुकाना ज्यादा जरूरी है। अगर आप इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखेंगे, तो आप न सिर्फ लाखों रुपये बचा सकते हैं, बल्कि जल्दी से जल्दी अपने घर के मालिक भी बन सकते हैं।
तो अगर आप होम लोन लेने जा रहे हैं या पहले से ले चुके हैं, तो इन टिप्स को जरूर अपनाएं और बिना एक्स्ट्रा पैसे गवाए जल्दी अपना लोन खत्म करें।