Home Loan Rules : आजकल लोन लेना एक आम बात हो गई है। घर खरीदने से लेकर कार, पढ़ाई या किसी इमरजेंसी के लिए भी लोग लोन का सहारा लेते हैं। लेकिन अगर आप 40 साल के बाद लोन लेने का सोच रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इस उम्र में आमदनी के साधन सीमित होने लगते हैं और अगर प्लानिंग सही नहीं की तो पूरी जिंदगी ईएमआई भरनी पड़ सकती है। इसलिए लोन लेने से पहले इन 5 बातों पर जरूर गौर करें।
1. लोन की अवधि (Tenure) को सोच-समझकर चुनें
जब आप बैंक से होम लोन लेने जाते हैं, तो आमतौर पर बैंक 30 साल तक की अवधि का लोन ऑफर करते हैं। लेकिन अगर आपकी उम्र 40 या उससे ज्यादा है, तो बैंक आपकी रिटायरमेंट एज को ध्यान में रखकर लोन की अवधि कम कर सकता है।
अगर आपकी नौकरी पक्की है और क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आप लोन अवधि को थोड़ा लंबा करने की रिक्वेस्ट कर सकते हैं। कोशिश करें कि लोन की अवधि ऐसी हो जिससे आपकी मासिक ईएमआई ज्यादा न बढ़े और आप आसानी से उसे चुका सकें।
2. डाउन पेमेंट ज्यादा करें
अगर आप होम लोन लेने जा रहे हैं, तो कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा डाउन पेमेंट कर दें। इससे आपकी लोन राशि कम हो जाएगी और आपको कम ब्याज चुकाना पड़ेगा। डाउन पेमेंट ज्यादा करने से ईएमआई भी कम होती है, जिससे आपको लंबी अवधि तक लोन चुकाने में आसानी होगी।
लेकिन ध्यान रहे, मेडिकल इमरजेंसी या किसी और जरूरी खर्चों के लिए जो पैसा आपने बचाकर रखा है, उसे डाउन पेमेंट में इस्तेमाल न करें।
3. जॉइंट होम लोन लेने के फायदे
अगर आप शादीशुदा हैं और आपके पार्टनर भी कमाते हैं, तो जॉइंट होम लोन लेना फायदेमंद हो सकता है। इससे आपकी लोन लेने की पात्रता (Loan Eligibility) बढ़ जाती है और ब्याज दर भी थोड़ी कम हो सकती है।
अगर आपकी पत्नी जॉइंट लोन में को-एप्लीकेंट बनती हैं, तो टैक्स में भी आपको ज्यादा छूट मिल सकती है। यानी कि लोन लेने का बोझ भी कम होगा और टैक्स सेविंग का फायदा भी मिलेगा।
4. लोन रीपेमेंट प्लान बनाएं
कोशिश करें कि आपका लोन आपकी रिटायरमेंट से पहले खत्म हो जाए। इसके लिए आप समय-समय पर लोन का एकमुश्त भुगतान (Prepayment) कर सकते हैं।
अगर आपको बोनस, ग्रेच्युटी या कोई अन्य अतिरिक्त पैसा मिलता है, तो उसे लोन चुकाने में इस्तेमाल करें। लेकिन ध्यान रखें कि अपने रिटायरमेंट के लिए जो पैसे आपने जमा किए हैं, उन्हें लोन चुकाने में न लगाएं, क्योंकि रिटायरमेंट के बाद आपके पास कमाई का कोई स्थिर जरिया नहीं रहेगा।
5. लोन देने वाले बैंक या NBFC का सही चयन करें
आजकल कई बैंक और NBFC होम लोन देते हैं, लेकिन सही लोन प्रोवाइडर चुनना बहुत जरूरी है। सिर्फ ब्याज दर देखकर ही फैसला न करें, बल्कि लोन की अन्य शर्तों को भी ध्यान से पढ़ें।
लोन लेने से पहले इन बातों की जांच जरूर करें:
- बैंक या NBFC की रेप्युटेशन कैसी है?
- वे कितनी आसानी से लोन अप्रूव करते हैं?
- उनके पेपरवर्क और प्रोसेसिंग टाइम कितने आसान और कम हैं?
- क्या वे रीपेमेंट में लचीलापन (Flexibility) देते हैं?
अगर आप इन बातों पर ध्यान देंगे, तो आपका लोन लेने का सफर आसान हो जाएगा और आप फाइनेंशियल बोझ से भी बचेंगे।
40 साल की उम्र में लोन लेना एक बड़ा फैसला होता है। अगर आप सही प्लानिंग के साथ लोन लेते हैं, तो इससे आपको कोई परेशानी नहीं होगी। लोन की अवधि सोच-समझकर चुनें, डाउन पेमेंट ज्यादा करें, जॉइंट लोन लेने पर विचार करें और समय-समय पर लोन का भुगतान करते रहें। साथ ही, सही लोन देने वाले बैंक या NBFC को चुनना भी जरूरी है। इन बातों का ध्यान रखेंगे तो आपका लोन जल्दी और आसानी से चुकता हो जाएगा और आपको जीवनभर ईएमआई का बोझ नहीं उठाना पड़ेगा।