Home Loan Rules : घर खरीदना हर किसी का सपना होता है और इसे पूरा करने के लिए लोग सालों तक मेहनत करते हैं। लेकिन जब पैसों की कमी पड़ती है, तो लोग होम लोन का सहारा लेते हैं। हालांकि, बैंक लोन देने से पहले कई चीजों की जांच करते हैं और अगर कुछ भी गड़बड़ मिली, तो लोन रिजेक्ट कर दिया जाता है। अगर आप भी भविष्य में होम लोन लेने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो कुछ गलतियों से बचना बहुत जरूरी है। वरना बैंक आपको लोन देने से मना कर सकता है। आइए जानते हैं वे जरूरी बातें जो आपको ध्यान में रखनी चाहिए।
बैंक लोन देते समय किन बातों का ध्यान रखता है?
होम लोन लेना कोई छोटा-मोटा फैसला नहीं है, इसमें काफी पैसा और समय लगता है। यही वजह है कि बैंक भी लोन देने से पहले अच्छे से जांच-पड़ताल करता है। बैंक आपकी इनकम, नौकरी, परिवार की आर्थिक स्थिति और लोन चुकाने की क्षमता को अच्छे से परखता है। अगर इनमें कोई कमी पाई जाती है, तो लोन रिजेक्ट हो सकता है।
कम डाउन पेमेंट पर नहीं मिलेगा लोन
अगर आप सोच रहे हैं कि पूरा घर खरीदने के लिए बैंक आपको 100% लोन दे देगा, तो ऐसा नहीं होता। बैंक आमतौर पर प्रॉपर्टी की कीमत का 80% तक ही लोन देता है। बाकी 20% रकम आपको खुद देनी होती है, जिसे डाउन पेमेंट कहा जाता है। अगर आपके पास डाउन पेमेंट के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हैं या आपके पास पहले से कई लोन चल रहे हैं, तो बैंक को आपकी वित्तीय स्थिति पर संदेह हो सकता है। ऐसे में लोन मिलने में दिक्कत हो सकती है।
क्रेडिट स्कोर सही रखना जरूरी
होम लोन के लिए अप्लाई करने से पहले आपका क्रेडिट स्कोर भी चेक किया जाता है। अगर आपका सिबिल स्कोर 750 से ऊपर है, तो बैंक को आप पर भरोसा होगा और लोन मिलने की संभावना ज्यादा होगी। लेकिन अगर आपने पहले किसी लोन या क्रेडिट कार्ड की किश्तें समय पर नहीं भरी हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है। इससे बैंक को लगेगा कि आप पर भरोसा नहीं किया जा सकता और आपका लोन रिजेक्ट हो सकता है। यहां तक कि अगर बैंक लोन देता भी है, तो ब्याज दर ज्यादा हो सकती है। इसलिए समय पर किश्तें चुकाना जरूरी है।
लोन चुकाने की क्षमता का आकलन होगा
बैंक कभी भी किसी को ऐसा लोन नहीं देता, जिसकी चुकौती वह कर न सके। जब आप होम लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक आपकी सैलरी, मासिक खर्च, और अन्य लोन चेक करता है। अगर आपकी इनकम कम है और आप ज्यादा अमाउंट का लोन मांग रहे हैं, तो बैंक आपके आवेदन को रिजेक्ट कर सकता है। इसलिए, अपनी इनकम के हिसाब से ही लोन की राशि तय करें।
आयु भी मायने रखती है
होम लोन लेते समय आपकी उम्र भी एक अहम फैक्टर होती है। अगर आपकी उम्र बहुत कम है और आप करियर के शुरुआती दौर में हैं, तो बैंक को आपके स्टेबिलिटी पर शक हो सकता है। वहीं, अगर आपकी उम्र रिटायरमेंट के करीब है, तो बैंक को लगेगा कि आपकी आय का कोई निश्चित स्रोत नहीं रहेगा, जिससे लोन चुकाने में दिक्कत आ सकती है। इसलिए, सही उम्र में लोन अप्लाई करें ताकि आसानी से मंजूरी मिल सके।
बार-बार नौकरी बदलना नुकसानदायक हो सकता है
अगर आप हर 6-8 महीने में नौकरी बदलते रहते हैं, तो यह आपके होम लोन के आवेदन के लिए सही नहीं है। बैंक को ऐसे लोगों पर भरोसा नहीं होता, जो बार-बार जॉब स्विच करते हैं। बैंक स्थिर इनकम और जॉब सिक्योरिटी देखता है। अगर आपका करियर ग्राफ स्थिर नहीं दिखता, तो बैंक आपका लोन रिजेक्ट कर सकता है।
होम लोन के लिए जरूरी बातें
- अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखें: समय पर किश्तें चुकाएं और अपने क्रेडिट कार्ड के बिल को लेट न करें
- अच्छी इनकम होनी चाहिए: आपकी सैलरी और मासिक खर्च ऐसा होना चाहिए कि बैंक को लगे कि आप आसानी से लोन चुका सकते हैं
- डाउन पेमेंट का ध्यान रखें: कम से कम 20% डाउन पेमेंट के लिए पहले से प्लानिंग करें
- नौकरी में स्थिरता दिखाएं: बार-बार नौकरी बदलने से बचें और एक स्थिर करियर बनाए रखें
- सही उम्र में अप्लाई करें: बहुत छोटी या बहुत ज्यादा उम्र में लोन लेने की कोशिश न करें।
अगर आप इन बातों का ध्यान रखते हैं, तो होम लोन लेने में कोई परेशानी नहीं होगी और आपका घर खरीदने का सपना आसानी से पूरा हो सकता है।