Income Tax Rules : आजकल हर किसी का बैंक में अकाउंट होता है, खासकर सेविंग अकाउंट। डिजिटल पेमेंट और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के बढ़ते दौर में यह बहुत जरूरी भी हो गया है। लेकिन क्या आपको पता है कि सेविंग अकाउंट में कैश जमा करने की एक लिमिट होती है? अगर आप इस लिमिट को क्रॉस करते हैं, तो इनकम टैक्स विभाग की नजर आप पर पड़ सकती है और आपको नोटिस भी मिल सकता है।
इनकम टैक्स एक्ट के तहत धारा 114B में यह साफ-साफ बताया गया है कि बैंक को बड़ी रकम के लेन-देन की जानकारी सरकार को देनी होती है। इसलिए, अगर आप भी अपने सेविंग अकाउंट में बिना सोचे-समझे मोटी रकम डाल रहे हैं, तो आपको इसके नियमों के बारे में जरूर जान लेना चाहिए, वरना मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
सेविंग अकाउंट में कितनी कैश जमा करने पर मिल सकता है नोटिस?
अगर आप अपने सेविंग अकाउंट में तय सीमा से ज्यादा पैसे जमा करते हैं, तो बैंक इसकी जानकारी इनकम टैक्स विभाग को देता है।
कैश जमा करने की सीमा
- बचत खाते में एक वित्तीय वर्ष (1 अप्रैल से 31 मार्च) के दौरान 10 लाख रुपये से ज्यादा नकद जमा करने पर बैंक को इसकी सूचना इनकम टैक्स विभाग को देनी होती है। अगर आप इससे ज्यादा कैश जमा कर रहे हैं, तो आपको विभाग से नोटिस मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
करंट अकाउंट के लिए अलग नियम
- अगर आपका करंट अकाउंट है, तो इसकी लिमिट और ज्यादा होती है। एक साल में अगर 50 लाख रुपये से ज्यादा कैश जमा किया जाता है, तो इसकी भी जानकारी टैक्स विभाग को दी जाती है।
इनकम टैक्स विभाग कैसे रखता है नजर
इनकम टैक्स विभाग आजकल हर ट्रांजेक्शन पर नजर रखता है। बैंक अकाउंट, डिजिटल पेमेंट, यूपीआई, एटीएम ट्रांजेक्शन – सबकुछ इनकम टैक्स के रडार में होता है।
PAN कार्ड से ट्रैकिंग
आपका पैन कार्ड आपके बैंक अकाउंट से लिंक होता है। जैसे ही आप बड़ी रकम जमा करते हैं, बैंक इसे रिकॉर्ड करता है और अगर लिमिट से ज्यादा ट्रांजेक्शन होता है, तो इसकी रिपोर्ट सीधा इनकम टैक्स विभाग को भेज दी जाती है।
SFT (Specified Financial Transactions) रिपोर्ट
बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान सरकार को SFT रिपोर्ट भेजते हैं, जिसमें हाई-वैल्यू ट्रांजेक्शन की जानकारी होती है। अगर किसी के अकाउंट में अचानक बड़ी रकम जमा होती है, तो विभाग इसकी जांच कर सकता है।
कब आ सकता है इनकम टैक्स नोटिस
अगर आप सेविंग अकाउंट में बड़ी रकम जमा कर रहे हैं और इसे सही तरीके से रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं, तो इनकम टैक्स विभाग आपको नोटिस भेज सकता है।
ये स्थितियां नोटिस आने के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं
- सेविंग अकाउंट में एक वित्तीय वर्ष में 10 लाख रुपये से ज्यादा कैश जमा करना
- करंट अकाउंट में 50 लाख रुपये से ज्यादा कैश जमा करना
- एक साल में 2 लाख रुपये से ज्यादा की ज्वेलरी खरीदना और पैन कार्ड नहीं देना
- 1 लाख रुपये से ज्यादा बिजली बिल का भुगतान करना
- एक साल में 30 लाख रुपये से ज्यादा की प्रॉपर्टी खरीदना और पैन कार्ड नहीं देना
अगर आप इन लिमिट्स से ज्यादा ट्रांजेक्शन करते हैं और इनकम टैक्स को जानकारी नहीं देते, तो विभाग आपसे स्पष्टीकरण मांग सकता है।
सेविंग अकाउंट में ज्यादा पैसे रखने पर टैक्स कैसे लगेगा
अगर आप सेविंग अकाउंट में ज्यादा कैश जमा कर रहे हैं, तो इस पर ब्याज भी मिलेगा। लेकिन यह ब्याज भी टैक्सेबल होता है।
ब्याज पर टैक्स: अगर आपकी सेविंग अकाउंट से एक साल में 10,000 रुपये से ज्यादा ब्याज मिलता है, तो इस पर टैक्स लगेगा। इसे आपकी कुल आय में जोड़ा जाएगा और आपकी टैक्स स्लैब के हिसाब से इस पर टैक्स देना होगा।
इनकम टैक्स नोटिस से बचने के लिए क्या करें
नियमों का पालन करें
- सेविंग अकाउंट में 10 लाख रुपये से ज्यादा कैश जमा करने से बचें
- अगर बड़ी रकम जमा कर रहे हैं, तो इसका सही स्रोत दिखाएं
- सभी बड़े ट्रांजेक्शन्स को सही तरीके से रिपोर्ट करें
- कैश की बजाय डिजिटल पेमेंट या ऑनलाइन ट्रांसफर का ज्यादा इस्तेमाल करें
- अपने अकाउंट से जुड़े सभी डॉक्युमेंट्स अपडेट रखें
अगर आपको कभी इनकम टैक्स विभाग से नोटिस आता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आपको बस यह साबित करना होगा कि आपके पैसे का स्रोत वैध है। अगर आपकी इनकम साफ-सुथरी है और आपने सभी नियमों का पालन किया है, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।
तो अगली बार जब भी सेविंग अकाउंट में बड़ा अमाउंट जमा करें, पहले टैक्स नियमों को ध्यान में रख लें।