LPG Gas New Price : जैसे ही नया वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल 2025 से शुरू होगा, पेट्रोलियम कंपनियां घरेलू और वाणिज्यिक गैस सिलेंडर की कीमतों का पुनः मूल्यांकन करेंगी।
यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतों और डॉलर-रुपे के विनिमय दर पर निर्भर करेगा। पिछली बार वाणिज्यिक गैस सिलेंडर की कीमत में 6 रुपए की वृद्धि देखी गई थी, और इस बार भी ऐसी ही कोई संभावना हो सकती है।
नए वित्तीय वर्ष में उपभोक्ताओं के लिए बदलाव
1 अप्रैल 2025 से नया वित्तीय वर्ष शुरू हो जाएगा, और साथ ही LPG गैस की कीमतों में भी कुछ बदलाव हो सकते हैं। यह बदलाव केवल गैस की कीमतों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इस दिन से कई अन्य बदलाव भी होंगे, जैसे म्यूचुअल फंड, क्रेडिट कार्ड, आयकर और जीएसटी से जुड़े नियमों में संशोधन। ऐसे में उपभोक्ताओं को इन बदलावों से खुद को अवगत रखना जरूरी है।
क्या इस बार राहत मिल सकती है?
विशेषज्ञों का मानना है कि पेट्रोलियम कंपनियां इस बार उपभोक्ताओं को कुछ राहत दे सकती हैं, लेकिन यह पूरी तरह से वैश्विक तेल बाजार की स्थिति और डॉलर-रुपे की विनिमय दर पर निर्भर करेगा।
पिछले कुछ महीनों में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है, और इसने देश में गैस कीमतों पर असर डाला है। उपभोक्ता संगठनों का कहना है कि सरकार को इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए घरेलू कीमतों में उचित समायोजन करना चाहिए।
वर्तमान में गैस सिलेंडर की कीमतें
इस वक्त, देश के विभिन्न शहरों में घरेलू LPG गैस सिलेंडर (14.2 किलोग्राम) की कीमत लगभग 900 से 950 रुपए के बीच है। वहीं, वाणिज्यिक गैस सिलेंडर (19 किलोग्राम) की कीमत 1700 से 1800 रुपए के बीच है।
पिछले महीने वाणिज्यिक गैस सिलेंडर के दाम में 6 रुपए की वृद्धि हुई थी, जबकि घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया था। उपभोक्ता इस बार भी यही उम्मीद कर रहे हैं कि घरेलू गैस सिलेंडर के दाम में कोई खास बदलाव नहीं होगा।
उज्ज्वला योजना से लाभ
गरीब परिवारों को LPG गैस सिलेंडर पर सब्सिडी देने के लिए सरकार की उज्ज्वला योजना भी जारी है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को प्रति सिलेंडर करीब 200 रुपए की सब्सिडी मिलती है।
नए वित्तीय वर्ष में इस सब्सिडी राशि में बदलाव की संभावना हो सकती है, जो वैश्विक गैस कीमतों और देश की आर्थिक स्थिति पर निर्भर करेगा।
LPG मूल्य निर्धारण प्रक्रिया
LPG गैस की कीमतों का निर्धारण एक जटिल प्रक्रिया है। इसमें कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें, डॉलर-रुपे की विनिमय दर, परिवहन लागत और सरकारी कर शामिल हैं। पेट्रोलियम कंपनियां हर महीने इन कारकों का मूल्यांकन करती हैं और उसी के आधार पर नई कीमतें घोषित करती हैं।
सरकार का ध्यान स्वच्छ ईंधन पर
सरकार स्वच्छ और पर्यावरण मित्र ईंधन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए लगातार कदम उठा रही है। LPG गैस पारंपरिक ईंधन की तुलना में काफी कम प्रदूषण पैदा करता है, और इसका इस्तेमाल वायु प्रदूषण को घटाने में मदद करता है। उज्ज्वला योजना के तहत, सरकार गरीब परिवारों को भी स्वच्छ ईंधन मुहैया करा रही है।
LPG गैस की खपत में बचत के उपाय
LPG गैस की कीमतों में वृद्धि के बीच उपभोक्ता कुछ उपायों से अपनी गैस खपत को नियंत्रित कर सकते हैं। जैसे, प्रेशर कुकर का अधिक इस्तेमाल करना, खाना पकाने में पानी का कम उपयोग करना और गैस का विवेकपूर्ण तरीके से इस्तेमाल करना। इसके साथ ही, सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी और अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी रखना भी जरूरी है।
नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत और LPG गैस कीमतों में संभावित बदलाव के बारे में जानकारी रखना उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण है।
इस बदलाव के बाद अगर कीमतों में कोई वृद्धि होती है, तो उपभोक्ताओं को इसके लिए तैयार रहना होगा, लेकिन सरकार की योजनाओं से राहत भी मिल सकती है।